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घनसाली:- जनपद टिहरी की जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण ने धुत्तू भिलंग के समण गांव में आयोजित पौराणिक पांडव नृत्य समापन कार्यक्रम में शिरकत की। जिसमें उन्होंने पांच पांडवों व देवी-देवताओं का आशीर्वाद लेकर ग्रामीणो को आयोजन के लिए बधाई दी।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि पांडव नृत्य की परंपरा को ग्रामीणों ने सदियों से जीवित रखा हुआ है। जो सबसे अनोखा कार्य है।
बताया कि समण गांव टिहरी जनपद का एक ऐसा गांव है। जहां पर पलायन भी नाम मात्र का हुआ है और इस गांव के दो दर्जन से अधिक युवा देश की रक्षा के लिए तीनों सेवाओं में शामिल हैं जो अपने आप में फख्र करने वाली बात है।
पांडव नृत्य उत्तराखंड का लोक नृत्य और लोक संस्कृति भी मानी जाती है। जिसे अलग-अलग स्थानों पर अनेकों ढंग से आयोजित किया जाता है। जबकि टिहरी के समण गांव में महाभारत की संपूर्ण कथा के साथ सभी पात्रों को बखूबी सजाया-संवारा जाता है। वहीं इन पत्रों पर पांडव भी अवतरित होते हैं।
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह के आयोजनों से गांव में भाई चारा सदैव बना रहता है और अपनी लोक संस्कृति भी जिंदा रहती है। यही कारण है कि देश के दूर दराज प्रदेश में रोजगार के लिए गए युवा भी इस दौरान गांव आते हैं।
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