जहां जहां सीएम धामी, महेंद्र भट्ट की सभा हुई वहां वहां भाजपा का लगभग हुआ सुपड़ा साफ
ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में भी हार से भाजपा में खलबली
देहरादून। स्थानीय निकाय चुनाव में जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चंपावत जनपद में भाजपा प्रत्याशियों ने सभी सीटों पर विजय प्राप्त की, वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के गृह जनपद चमोली में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। चमोली जिले में दस निकायों में से मात्र दो निकायों में भाजपा को विजय प्राप्त हुई है। बाकी निकायों में अप्रत्याशित रूप से कांग्रेस और निर्दलियों का बोलबाला रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के गृह जनपद में दस नगर निकाय हैं। इनमें से तीन नगर पालिका परिषद जोशीमठ, गोपेश्वर व कर्णप्रयाग हैं। सात नगर पंचायत परिषद हैं। भाजपा ने निकाय चुनावों में विजय के लिए बहुत जोर लगाया था। तीनों नगर पालिका परिषदों में मुख्यमंत्री धामी से लेकर भाजपा राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी, पूर्व मुख्यमंत्री जरनल खंडूड़ी के पुत्र मनीष खंडूरी तक की जनसभाएं रखी गई थीं। स्वयं प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट जिले की सभी निकायों में घूमे।
मगर चमोली जनपद के निकायों में जो परिणाम आए, वो भाजपा नेताओं को भी चौंकाने वाले रहे हैं। महेंद्र भट्ट पूर्व में बद्रीनाथ विधान सभा से विधायक भी रहे हैं। बद्रीनाथ विधान सभा क्षेत्र में भाजपा एक मात्र नगर पालिका परिषद गोपेश्वर में विजय हासिल कर सकी है। बद्रीनाथ विधान सभा अंतर्गत जोशीमठ नगर पालिका में भाजपा प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा है। महेंद्र भट्ट के गृह नगर पोखरी की नगर पंचायत अध्यक्ष के पद पर निर्दलीय प्रत्याशी को विजय प्राप्त हुई।
चमोली जिले की नंदानगर, नंदप्रयाग, पीपलकोटी, गैरसैंण, थराली, गौचर व जोशीमठ नगर निकायों में कांग्रेस व निर्दलियों ने कब्जा जमा लिया। भाजपा के लिए सबसे बड़ा झटका गैरसैंण से लगा है। ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित की गई गैरसैंण में भाजपा प्रत्याशी की हार से पार्टी के भीतर भी कई तरह की चर्चाएं होने लगीं हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री धामी गैरसैंण को लेकर काफी संवेदनशील रहे हैं और गाहे बगाहे गैरसैंण का दौरा कर ग्रीष्मकालीन राजधानी के संबंध में महत्वपूर्ण संदेश देते रहे हैं।
चमोली जनपद के साथ ही पड़ोसी रुद्रप्रयाग जिले में भी भाजपा बेदम रही। रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय की नगर पालिका अध्यक्ष की सीट कांग्रेस के बागी प्रत्याशी संतोष रावत के खाते में गई। जबकि इस सीट पर भाजपा ने स्थानीय विधायक भरत सिंह चौधरी की पसंद के हिसाब से चंद्रमोहन सेमवाल को टिकट दिया था। भाजपा सूत्रों के अनुसार स्थानीय निकाय चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी रुद्रप्रयाग में मुख्यमंत्री धामी समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं की जनसभा आयोजित करना चाहती थी। मगर चौधरी ने भाजपा प्रत्याशी की विजय सुनिश्चित बताते हुए किसी भी नेता की सभा के लिए इनकार कर दिया।
रुद्रप्रयाग जनपद के केदारनाथ विधानसभा में भी भाजपा प्रत्याशियों के लिए परिणाम सुखद नहीं रहे। गुप्तकाशी नगर पंचायत अध्यक्ष में भाजपा की विश्वेश्वरी देवी जीत हासिल करने में सफल रहीं। स्थानीय विधायक आशा नौटियाल के गृह नगर ऊखीमठ में कांग्रेस की बागी प्रत्याशी कुबजा धर्मवान विजय श्री हासिल करने में सफल रहीं और भाजपा प्रत्याशी तीसरे नंबर पर पहुंच गई। अगस्त्यमुनि में भाजपा प्रत्याशी 18 वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी से पराजित हो गया।