नगर निकाय चुनाव में नमांकन के बाद नाम वापसी और जांच की प्रक्रिया पूरी हो गई है। 47 वार्ड मेंबर और अध्यक्ष पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है। इसके बाद 11 नगर निगमों के अध्यक्ष पदो पर 72 प्रत्याशी, नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पदों पर 211 प्रत्याशी और नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर कुल 231 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसके अलावा पार्षद पदों पर कुल 4885 कैंडिडेट जोर आजमाइस के लिए रह गए हैं। इस बीच कर्णप्रयाग नगर पालिका में भाजपा के लिए पार्टी के विधायक के बेटे ने ही मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। भाजपा निर्दलीय प्रत्याशी जय प्रकाश के नाम वापसी के लिए विधायक को मनाती रही लेकिन विधायक का संपर्क ही नहीं हो पाया।
दरअसल आरक्षित नगर पालिका परिषद कर्णप्रयाग से थराली विधायक भूपाल राम टम्टा के बेटे भाजपा से टिकट मांग रहे थे। इस बार भाजपा ने थराली की पूर्व विधायक मुन्नी देवी शाह के बेटे गणेश शाह को मैदान में उतारा भाजपा के विधायक भूपाल राम टम्टा के बेटे जय प्रकाश ने निर्दलीय ताल ठोक दी। बता दें कि 2017 में थराली से गोविंद लाल शाह विधायक थे, उनके निधन के बाद भाजपा ने उनकी पत्नी मुन्नी देवी शाह को विधायक बनवाया। लेकिन 2022 में भाजपा ने कांग्रेस से आए भूपाल राम टम्टा को टिकट दिया और वो विधायक बन गए। इस बीच नगर निकाय चुनाव में टम्टा के बेटे भी कर्णप्रयाग नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए टिकट मांगने लगे। भाजपा ने मुन्नी देवी शाह के बेटे गणेश शाह को मैदान में उतार दिया।
भाजपा जयप्रकाश की नाम वापसी के लिए मान मनोव्वल करती रही। इसके लिए विधायक भूपाल राम से भी संपर्क करने की कोशिश हुई लेकिन उनका फोन 5 दिन से बंद पड़ा रहा। 2 जनवरी को नाम वापसी की आखिरी तारीख थी। निर्वाचन आय़ोग की ओऱ से जारी प्रत्याशियों की आखिरी सूची के मुताबिक नगरपालिका कर्णप्रयाग से अध्यक्ष पद पर किसी भी प्रत्याशी ने नामांकन वापस नहीं लिया। इस तरह अब बीजेपी विधायक के बेटे बीजेपी के कैंडिडेट को ही चुनौती देते दिखेंगे।
हालांकि खबर लिखे जाने तक ये बात भी सामने आ रही है कि भले ही जयप्रकाश ने नाम वापस नहीं लिया, लेकिन उन्होंने चुनाव में न जाकर भाजपा प्रत्याशी के समर्थन का ऐलान किया है।