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देहरादून। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में पीसीओएस विषय पर श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के आईवीएफ विभाग द्वारा एवं आईक्यूए सेल के सहयोग से एकदिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सैकड़ो छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री महंत देवेंद्र दास जी महाराज ने कार्यक्रम में मौजूद समस्त छात्र-छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाए दी।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर (डॉ) यशवीर दिवान ने आयोजन के लिए विश्वविद्यालय के आईक्यूए सेल को बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान समय में इस प्रकार के जन-जागरूक कार्यक्रमों का आयोजन बेहद ज़रूरी है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अजय कुमार खण्डूड़ी ने कहा कि विश्वविद्यालय में इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन करने का उद्देश्य छात्रों में पढ़ाई के साथ-साथ जन जागरूकता फैलाना है।
कार्यक्रम में श्री महंत इंद्रेश अस्पताल और आईवीएफ डिपार्टमेंट की इंचार्ज डॉ आकृति गुप्ता ने छात्रों को मुख्य वक्ता के तौर पर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि (पीसीओएस) एक जेनेटिक, हार्मोनल, मेटाबोलिक और प्रजनन संबंधी स्थिति है जो अक्सर महिलाओं, लड़कियों, नॉन बाइनरी, ट्रांस महिलाओं को प्रभावित करता है। हालांकि पीसीओएस एक आम समस्या है, लेकिन इसके इलाज के बारे में लोगों में, विशेषकर महिलाओं में जानकारी और जागरूकता की कमी है। उन्होंने कहा कि अक्सर, इस स्थिति के बारे में पता लगाने या इलाज शुरू करने में बहुत देर हो जाती है। अमूमन लोग डॉक्टर के पास उस चरण में पहुंचते हैं जब यह स्थिति गंभीर लक्षण दिखाने लगती है। पीसीओएस लोगों में मोटापा, टाइप-2 डायबिटीज़, हृदय रोग और एंडोमेट्रियल कैंसर सहित कई दूसरी गंभीर बीमारियों के आसार को बढ़ाता है।
पीसीओएस में शरीर की कई प्रणालियां प्रभावित होती हैं, जिसके वजह से कई दूसरी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। पीसीसोएस से ग्रस्त लोगों में अनियमित पीरियड्स, बांझपन, शरीर या चेहरे पर अत्यधिक बाल का उगना, मुंहासे और मोटापे की शिकायत हो सकती है।कार्यक्रम का संचालन आइक्यूएसी की डायरेक्टर डॉ सुमन विज ने किया।
इस अवसर पर विभिन्न विभागों के संकाय अध्यक्ष और शिक्षक मौजूद रहे।
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