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माता पिता को प्रत्यक्ष देवता बताते हुए आचार्य ने कहा कि जो माँ बाप की अवहेलना कर उनका अपमान करके भी भक्ति का ढोंग रचते हैं वे पाखंडी हैं श्री राम की पूजा भक्ति अधिकारी वही है जो माता पिता की आज्ञा का पालन करता है उनकी सेवा के लिए सदैव तत्पर रहता है भगवान श्री राम ने स्वयं माता पिता की आज्ञा मात्र से न्याय अन्याय का विचार किये बिना राजपाठ त्याग कर वन गमन किया था अतः उनसे मातृ पितृ भक्ति भाइयों के प्रति उत्कृष्ट प्रेम की प्रेरणा लेकर ही उनकी भक्ति की जा सकती है।
उक्त विचार ज्योतिष्पीठ व्यास आचार्य श्री शिव प्रसाद ममगाईं ने जोगीवाला बद्रीपुर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में व्यक्त करते हुए कहा कि पुण्डरीक माता पिता की सेवा कर रहे थे द्वारिकाधीश उन्हें दर्शन देने आ पहुंचे पुण्डरीक ने अंदर से कहलवाया प्रभु अभी मैं माता पिता की सेवा कर रहा हु आप प्रतीक्षा करें उनकी सेवा समाप्त होते ही आपकी सेवा में आऊंगा द्वारिकाधीश ईंट पर खड़े होकर प्रतीक्षा करते रहे यह था मातृ पितृ सेवा का अनुपम उदाहरण आज तो मुकदमे में भाई को पिता को हराने के लिए हनुमान जी का अनुष्ठान किया जा रहा है ऐसे पाखंडियों को क्या हनुमान जी सहन कर सकते हैं
आचार्य ममगाईं ने कहा कि भक्ति ज्ञान रत से लीन जो हैं उस देश का नाम भारत है गौ व कन्या का संरक्षण होना आवश्यक है गौ हत्या का जारी रहना धर्म प्राण भारत के माथे पर अमिट कलंक है भारत तब तक स्वाधीन नही माना जायेगा जब तक गौ हत्या समाप्त नही हो जाती अधिक मठ के चक्करों में न पड़कर कल्याण तो अपने सत्कर्मों से होता है चिंतन से उत्थान व पतन होता है कर्तब्य व धर्म पर चलने की प्रेरणा हमारे धर्म व शास्त्र देते हैं तथा मन मे प्रेम पैदा कर भक्ति मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं
आज कथा के चतुर्थ दिवस पर भगवान कृष्ण जन्म के प्राकटय के प्रसंगों को श्रवण करते हुए दिव्य झांकी के साथ भगवान बाल गोविंद के दर्शन भक्तों को प्राप्त हुए नन्द के आनंद भयो आदि भजनो पर झूमते हुए श्रोता माखन मिश्री के प्रसाद को पाकर आनन्दित हुए ।।
इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ शैलेंद्र ममगाईं डोईवाला के विधायक बृजभूषण गैरोला भाजपा के उमेश पुंडीर जखोली क्षेत्र पंचायत प्रमुख प्रदीप थपलियाल ,प्रधानाचार्य चन्द्र प्रकाश सेमवाल कुसुम सेमवाल प्रमिला पंथ चारधाम हक्क हुक के महामंत्री हरीश डिमरी संजय ममगाईं विणा भट्ट विमल ममगाईं देवेंद्र ममगाईं वीरेंद्र ममगाईं रविंद्र ममगाईं दिवाकर ममगाईं राकेश ममगाईं डॉ प्रकाश ममगाईं गिरीश ममगाईं रत्नमणि ममगाईं परमेश्वरी देवी विजयलक्ष्मी ममगाईं रजनी ममगाईं नीलम ममगाईं पुरोहित देवी प्रसाद गार्गी आचार्य मनोज थपलियाल आचार्य मोहित बडोनी आचार्य संदीप डंगवाल आचार्य सन्दीप बहुगुणा आचार्य हिमांशु मैठाणी आचार्य सूरज पाठक सुरेश जोशी आदि भक्त गण भारी संख्या में उपस्थित रहे ।।
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