बच्चों को संस्कृत से जोड़ने को संस्कृत ओलम्पियाड – RAIBAR PAHAD KA


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केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ने चलाया राष्ट्र स्तरीय अभियान
कक्षा-6 से एमए तक के बच्चों के लिए चार स्तरों की स्पर्धा
चारों स्तरों पर नगद पुरस्कार, सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र

देवप्रयाग। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ने देश के समस्त शिक्षण संस्थानों के छात्रों में संस्कृत के प्रति रुचि उत्पन्न करने के लिए संस्कृत ओलम्पियाड नामक राष्ट्र स्तरीय अभियान शुरू किया है। इसके अंतर्गत राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना है, जिसमें अलग-अलग चार स्तरों पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को नगद पुरस्कार दिये जाएंगे। उत्तराखंड से अभी तक लगभग हजार बच्चों ने इस स्पर्धा के लिए पंजीकरण कराया है। 10 जुलाई को आरंभ हुए पंजीकरण की अंतिम तिथि 27 अगस्त है। 3 सितंबर को ऑनलाइन परीक्षा होगी, 14 सितंबर को पुरस्कारांे की घोषणा होगी तथा 16 अक्टूबर को पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय संस्कृत शिक्षा प्रदान करने वाले उत्कृष्ट केंद्रों में एक है। संस्कृत के प्रचार-प्रसार और संरक्षण के लिए यह अंतरराष्ट्रीय स्तर की नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करता है। संस्कृत को जन-जन की भाषा बनाने के अभियान में जुटे केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ने इस बार देश के सभी शिक्षण संस्थानों के बच्चों के बीच संस्कृत को ले जाने तथा संस्कृत के प्रति बच्चों की रुचि उत्पन्न करने के उद्देश्य से संस्कृत ओलम्पियाड अभियान चलाया है। इसके तहत विभिन्न स्तर पर प्रतियोगिताएं होंगी, जिनमें बच्चों को भाग लेना होगा। कक्षा 6 से 8 तक, 9 से 12 तक, स्नातक तथा स्नातकोत्तर इन चार स्तरों में बच्चे अपनी कक्षाओं के अनुसार भागीदारी करेंगे। वार्षिक आयोजन के रूप में उपलब्ध कराये जा रहे इस मंच में बच्चों को 60 बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। सभी स्तरों में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय तीन-तीन नगद पुरस्कार दिये जायेंगे। पहला पुरस्कार 11 हजार, द्वितीय 7 तथा तृतीय पुरस्कार 5 हजार है।
हाल ही में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 श्रीनिवास वरखेड़ी ने ओम्पियाड का पोस्टर रिलीज कर इस अभियान की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रयास से हम देश के बच्चे-बच्चे तक संस्कृत पहुंचाने मंे सफलता प्राप्त कर पाएंगे। राष्ट्रीय संयोजक प्रो0 कुलदीप शर्मा और डॉ0 अमृता कौर ने बताया कि राज्य स्तर तथा शिक्षण संस्था के स्तर पर भी प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार दिये जाएंगे। विश्वविद्यालय के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर के निदेशक प्रो0 पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने बताया कि 100 से अधिक छात्रों के पंजीकरण वाली शिक्षण संस्था अथवा संबद्ध शिक्षक को सारस्वत उपहार दिया जाएगा। अभियान के राज्य प्रभारी डॉ0 दिनेशचन्द्र पाण्डेय ने बताया कि अभी तक उत्तराखण्ड से लगभग एक हजार बच्चों ने पंजीकरण करा दिया है। 27 अगस्त तक इस संख्या के दस हजार तक पहुंचने की संभावना है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता मंे भाग लेने वाले प्रत्येक छात्र को केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय की ओर से प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा। डॉ0 पाण्डेय ने बताया कि वे अभी तक उत्तराखण्ड के लगभग 50 शिक्षण संस्थानों में इस संबंध में भ्रमण कर चुके हैं। अधिक जानकारी के लिए छात्र इस वेबसाइट को सर्च कर सकते हैं-www.sanskritolympiad.in

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