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देवप्रयाग। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर की टीम ने चोनी, बडियारगढ़ के प्रसिद्ध श्री राधाकृष्ण मंदिर में आयोजित मेले में भजन-कीर्तन की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं।
श्री राधाकृष्ण के इस मंदिर में हर वर्ष जन्माष्टमी को मेले का आयोजन होता है। लोस्तु, बडियारगढ़, डागर, ढुंडसिर, नैलचामी, कड़ाकोट, चौरास इत्यादि क्षेत्रों से भारी संख्या में यहां श्रद्धालु दर्शनों को आते हैं। सड़क के निकट होने के कारण मंदिर तक पहुंचना आसान है। मंदिर में स्थानीय महिलाएं भजन-कीर्तन करती हैं, परंतु इस बार मंदिर के संस्थापक केवलसिंह नेगी के आग्रह पर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं की 18 सदस्यीय टीम वहां पर गयी। विद्यार्थियों ने श्रीकृष्ण, नंदा इत्यादि देवी-देवताओं के भजनों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं। गढ़वाली, हिमाचली, हिंदी और भोजपुरी में दी गयी प्रस्तुतियों को श्रद्धालुओं ने का काफी सराहा। पहली बार क्षेत्र में हुए इस प्रकार के धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन की ग्रामवासियों ने मुक्तकंठ से सराहना की। स्थानीय महिलाओं ने भी छात्रों की भजन प्रस्तुतियों पर जमकर नृत्य किया। इस दौरान देवता अवतरण भी हुए। मंदिर के संस्थापक श्री नेगी ने विश्वविद्यालय की टीम का धन्यवाद ज्ञापित कर हर वर्ष मेले में आने का आमंत्रण दिया। टीम का मार्गदर्शन प्राध्यापक डॉ0वीरेंद्र सिंह बर्त्वाल तथा अजय सिंह नेगी ने किया। टीम में धनंजय देवराड़ी, दिगम्बर रतूड़ी, उर्मिला देवी, शुभम भट्ट, शिवानी ठाकुर, शिवानी सती, पूजा नेगी, अर्चना नौटियाल, प्रशांत धस्माना, ओम थपलियाल, मधु आदि शामिल थे। निदेशक प्रो0 पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने टीम को इस सफल आयोजन पर बधाई देते हुए कहा कि परिसर उत्तराखंड के हर क्षेत्र में जाकर इसी प्रकार प्रस्तुतियां देगा तथा लोगों को पलायन, नशाखोरी इत्यादि सामाजिक बुराइयों पर जागरूक करेगा।
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