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रामरतन पंवार/गढ़वाल ब्यूरो।
ग्राम पंचायत त्यूँखर के कृष को है मदद की दरकरार।
08साल के इस बच्चे की आँख मे
लकड़ी घुसने से रेटीना मे हो गया था छेद।परिवार की आर्थिक स्थिति है दयनीय फिर कैसे हो सकता है इलाज।
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आखिर मे लिखा गुगल पे नंबर
जखोली-न जाने किस्मत किसके साथ न जाने कब क्या खेल, खेल दे इसका अन्दाजा कोई नही लगा सकता है, अक्सर देखने यह मिला है ईश्वर हमेशा गरीब लोगो ही कष्ट देते हैं,वही हम आज आपको त्यूँखर गांव के एक ऐसे गरीबी के दल दल मे जी रहे परिवार की आप बीती सुनायेंगे जिसे सुनकर आप यकीन भी नही करेंगे कि वास्तव मे ऊपर वाला किसी के साथ ऐसा भद्दा मजाक कर सकता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ग्राम पंचायत त्यूँखर का रहने वाला सावन सिह पुत्र कृष जो कि महज अभी आठ साल है, कृष 28 जून को अपने ही घर के नजदीक खेल रहा था कि अचानक वो गिर गया और और इस अबोध बालक के आँख के अंदर लकड़ी घुस गयी और आँख के छेद हो गया, आनन फानन मे कृष को श्रीनर बेस अस्पताल ले जाया गया ,जहाँ अल्ट्रासाउंड करने के बाद डाक्टर द्वारा बच्चे के आँख का आपरेशन किया गया। चार दिन अस्पताल मे रखने के बावजूद डाक्टर ने कृष को घर भेज दिया और देहरादून किसी आँखों के अस्पताल मे ले जाने की सलाह दी ताकि उसका इलाज हो सके,चिकित्सक के कहने के मुताबिक कृष के आँख के बारे अभी कुछ भी बोला नही जा सकता है कि उसकी आँख ठीक होगी या नही, कृष के दादा शिब सि सजवाण बताते हैं कि हमारे पास देहरादून मे बच्चे के इलाज के लिए पैसा नही है, आखिर आर्थिक तंगी के चलते कैसे बच्चे का इलाज करना संभव नही है।
कृष तीन भाई बहिने है इनके पिताजी अपने और अपने परिवार
के भरण पोषण करने हेतू मुम्बई मे किसी होटल मे नौकरी करता था लेकिन सावन सिह सजवाण का लगभग पाँच सालो सेआ कोई सम्पर्क नही है जिस कारण से उनके बच्चों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी दादा -दादी के कंधो पर आ गयी है, वही अब ऐसी परिस्थितियों मे कृष का इलाज कैसे हो सकता है, अब सवाल ये है कि अब अगर कोई दानदाता इलाज हेतू थोडा बहुत आर्थिक सहायता करते है तो इस गरीब, लाचार बच्चे का इलाज हो सकता है, अगर आप लोग बच्चे की मदद सचमुच मे कर सकते है तो 8475841057 जो कि गुगल पे नंबर है इस पर सहायता धनराशि डाल सकते।
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